खेल हमारे जीवन का है, एक महत्वपूर्ण हिस्सा : कोमल सैनी
गांव देहरा में सैनी सेवा ट्रस्ट द्वारा किया गया मैराथन दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन
पानीपत
गत वीरवार को गांव देहरा के खेल स्टेडियम में सैनी सेवा ट्रस्ट द्वारा पहली मैराथन (पुरुष) दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश भर से आए हुए धावकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हुए अपना दमखम दिखाया।
इस पहली भव्य मैराथन (पुरुष) दौड़ प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची नगर निगम पानीपत की पूर्व पार्षद कोमल सैनी ने खेलों के महत्व पर बारीकी से प्रकाश डालते हुए कहा कि खेल हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इनके बल पर ही हम जीवन की बुलंदियों पर पहुंच सकते हैं।
उन्होंने कहा कि खेल हमें स्वस्थ रखने के साथ-साथ मानसिक, शारीरिक और सामाजिक रूप से भी मजबूत बनाते हैं और हम तंदुरुस्त रहते हैं। इसके साथ ही, खेल हमें विज्ञान, मनोविज्ञान, संघटना, अनुशासन और नैतिकता की महत्वपूर्ण शिक्षाएं भी प्रदान करता है।
सैनी ने कहा कि अगर युवाओं को जीवन में आगे बढ़ना है तो आज के मौजूदा प्रतियोगिता के इस युग में युवाओं को शिक्षा एवं खेल के क्षेत्र में कड़ी मेहनत करनी होगी और नशे से दूर रहना होगा।
इसी बीच विशिष्ठ अतिथि के रूप में पहुंचे राकसेड़ा गांव के सरपंच एवं प्रमुख समाजसेवी रामधन सैनी ने धावकों एवं उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में युवाओं को अपनी संस्कृति और मर्यादाओं से जुड़ कर रहना चाहिए क्योंकि पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण एक सभ्य समाज के लिए निरंतर एक बीमारी का रूप ले रहा हैं। युवा ही देश को सही दिशा में ले जाने का काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सैनी ट्रस्ट इस तरह के कार्यक्रम करके समाज को एक नई दिशा देने का काम कर रहा है।
समाजसेवी कर्ण सिंह सैनी ने करीब 70-75 साल के अपने अनुभवों को सांझा करते हुए कहा कि आज कि युवा पीढ़ी को खुद के साथ ईमानदार होने कि बहुत आवश्यकता है, जब तक इन्सान खुद के साथ ईमानदार नहीं होगा वो अपने परिवार, अपने काम अपने जीवन के साथ भी ईमानदार नहीं हो सकता है और उसके लिए सबसे ज़रूरी है, समय का सही उपयोग करना। उन्होने कहा कि आज इंसान की औसत आयु घट कर काफी कम रह गयी है, ऐसे में अगर हम लम्बा समय केवल मोबाइल और टेक्नोलॉजी पर खर्च कर देंगे तो बाकि की चीज़े सीखने का समय ही कहाँ बचेगा, नयी चीज़े सीखना, अपने काम के लिए शॉर्टकट न अपनाना और अपनी जॉब और अपनी पढ़ाई के साथ ईमानदारी बरतना युवा पीढ़ी को बहुत आगे ले जायेगा। लेकिन यदि वह व्यर्थ समय केवल जीवन के अर्थहीन मज़े लेने वाली सोच के साथ जियेंगे, तो कल समय बीतने पर बहुत कुछ पीछे छूट जायेगा और वक्त निकले पर केवल पछतावा करने के अलावा कुछ नहीं बचता।
उधर पंडित सुरेंद्र शर्मा राक्सेड़ा ने ट्रस्ट द्वारा आयोजित किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए कहा कि सैनी सेवा ट्रस्ट सही मायनों में मानवीय मूल्यों का आईना बनकर समाज के सामने आया है। ट्रस्ट की अध्यक्षा माया देवी सैनी, बलबीर सिंह सैनी ने भी ट्रस्ट की उपलब्धियां का बारीकी से जिक्र किया।
इस मौके पर कोच प्रदीप देशवाल ने भी धावकों का अच्छा मार्गदर्शन किया और अतिथियों के साथ देहरा गांव के युवा समाजसेवी मोहन लाल सैनी, जगदीश, उमेद सिंह सैनी, रामफल, राजकुमार, प्रेम, पंकज, संजय, अनिल कुमार सैनी (कपूर फोटो स्टूडियो), बलवान सिंह, सतीश कुमार, सुरेश, पप्पू, मदन सिंह रोहतक, विक्की, बलजीत, मोहित, सोनी, जतिन, कुलदीप, जयपाल, संकेत, अनीता, सरोज बाला, मूर्ति देवी, जगमती, बिमला, ममता, सोना देवी आदि ने विभिन्न दूरियों की चार दोडों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे विजेताओं को ट्रस्ट द्वारा साईकिले, छाता आदि देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में बुजुर्गों की दौड़ आकर्षण का मुख्य केंद्र रही। दौड़ के विजेताओं के अलावा सराहनीय प्रदर्शन करने वाले धावकों को भी नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
समारोह के अन्त में सैनी ट्रस्ट द्वारा पहली भव्य मैराथन (पुरुष) दौड़ प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची नगर निगम पानीपत की युवा पूर्व पार्षद कोमल सैनी एवं राकसेड़ा गांव के सरपंच रामधन सैनी, कोच आदि का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
हजरतगंज चौराहा पर लखनऊ में आर एल डी विधायक मदन भैया ने भंडारे का किया आयोजन ॥ डी पी सिंह बैंसला संवाददाता ॥ आज दिनांक 21 मार्च 2024 को राष्ट्रीय लोकदल खतौली मुजफ्फरनगर से विधायक मदन भैया ने हजरतगंज चौराहे पर विधानसभा हाउस के सामने एक धार्मिक अनुष्ठान करते हुए यज्ञ हवन भंडारे का आयोजन किया । मदन भैया ने कहा यह जीवन इसी प्रकार आता है चला जाता है जीवन में धर्म धार्मिकता का महत्व है । यज्ञ भंडारे कर्मकांड चलते रहने चाहिए । नर नारीयो को धर्म के लक्षणों को जीवन मे अपनाना चाहिए । ग्रहस्थ जीवन मे सभी संकटों का रास्ता धर्म से होकर जाता है । मदन भैया ने चौराहे पर खड़ा होकर प्रसाद का वितरण किया और धर्म लाभ उठाया
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