रांची. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को रांची यूनिवर्सिटी के 33वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि झारखंड में बेस्ट टैलेंट मौजूद है। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, तीरंदाज दीपिका कुमारी और इंडियन हॉकी टीम के पूर्व कप्तान जयपाल सिंह मुंडा इसका उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि प्रकृति से तालमेल हमें झारखंड के आदिवासी समाज से सीखना होगा।
*11 स्टूडेंट्स को राष्ट्रपति ने दिया गोल्ड मेडल*
मोरहाबादी कैंपस स्थित दीक्षांत मंडप में 56 स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल दिया गया। इनमें से 11 स्टूडेंट्स को राष्ट्रपति ने गोल्ड मेडल प्रदान किया। समारोह में यूजी-पीजी के 31361 डिग्री की स्वीकृति दी गई थी। 3883 स्टूडेंट्स को उपाधि प्रदान की गई। 56 टॉपरों में से 45 छात्राएं हैं, जो 80 प्रतिशत हैं। पिछले वर्ष कुल टॉपर में 69 प्रतिशत छात्राएं थीं। समारोह में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री रघुवर दास, शिक्षा मंत्री नीरा यादव व अन्य मौजूद रहे। सामारोह के समापन के बाद राष्ट्रपति कोविंद बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से कोलकाता के लिए रवाना हो गए।
*यूनिवर्सिटी के छात्र गांव जाएं, लोगों को करें जागरुक*
राष्ट्रपति ने यूनिवर्सिटी के छात्रों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें गांव की ओर जाना चाहिए और वहां के लोगों को स्वच्छता, स्वास्थ्य, बच्चों के टीकाकरण आदि को लेकर जागरुक करना चाहिए। केंद्र और राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं की जानकारी भी देनी चाहिए ताकि वे इन योजनाओं से लाभान्वित हो सकें। राष्ट्रपति ने युवाओं से समाज की सेवा करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आप तकनीकी युग के हैं, ऐसे में आप डिजिटल संसाधनों का लाभ उठाएं और ऊंचाईयों तक पहुंचें।
*जिस्टिस इकबाल व सीएम आरयू से की पढ़ाई*
राष्ट्रपति ने कहा, आरयू का अतीत शानदार रहा है। पूर्ववर्ती छात्रों में सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश रहे एमवाई इकबाल रांची विवि के ही छात्र रहे हैं। आपके सीएम रघुवर दास ने इसी विवि से शिक्षा प्राप्त की है। महेंद्र सिंह धौनी ने विश्व में देश का नाम रौशन किया है। इसी तरह दीपिका भी हैं। इस धरती के अल्बर्ट एक्का से लेकर जयपाल सिंह मुंडा तक ने देश का मान बढ़ाया है। संघर्ष और त्याग के रुप में भगवान बिरसा मुंडा, नीलांबर-पीतांबर, सिदो-कान्हू जैसे वीरों ने यहां की संस्कृतियों को नया आयाम दिया। टाना भगत बापू के मार्ग पर चले।
*आधुनिक व्यसन ई-सिगरेट प्रतिबंधित*
राष्ट्रपति ने कहा कि दो दिनों बाद महात्मा गांधी की 150वीं जन्मदिवस मनाने जा रहे हैं। गांधी जी कहते थे कि छात्र समाज सेवा में आएं। राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे छात्र आधुनिक व्यसन यानी ई-सिगरेट के जाल में नहीं फंसें। 16 स्टेट और एक यूनियन टेरेटरी ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया है। डब्ल्यूएचओ ने बैन कर दिया है।
*बड़ी योजनाएं झारखंड से शुरू हुई*
राष्ट्रपति ने कहा कि केंद्र सरकार ने झारखंड से कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की है। 450 एकलव्य स्कूल स्थापित करने की शुरुआत यहीं से की गई। देश की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत, साहेबगंज में मल्टी मॉडल टर्मिनल, किसान मानधन योजना, राष्ट्रीय पेंशन योजना जैसी कई योजनाएं झारखंड से ही शुरु की गई।
*यहां आकर मुझे अच्छा लग रहा है*
उन्होंने कहा कि जब सीएम, राज्यपाल व वीसी ने यहां आने के लिए निमंत्रण दिया तो मैंने कहा कि रांची विवि स्टेट यूनिवर्सिटी है। लेकिन लगभग 150 सेंट्रल यूनिवर्सिटी प्रश्न चिन्ह लगाते हैं कि उनके लिए समय की कमी की बात करते हैं। मैं धर्म संकट में था। आपके बच्चे का टैलेंट देखकर अब अच्छा लग रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि छात्रा जब एलएलएम की डिग्री लेने तो मैंने उससे कहा मुझे तुम से ईष्या हो रही है। क्योंकि मैंने एलएलबी किया है और आप एलएलएम।
दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हमारी सरकार छात्रों को रोजगार परक शिक्षा दिलवाकर उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। युवा शक्ति राज्य की सबसे बड़ी शक्ति है। यही शक्ति समृद्ध झारखण्ड के निर्माण में अहम भूमिका निभाएगी। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप पूरी लगन और मेहनत के साथ अपने लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे और देश दुनिया में झारखंड का नाम रोशन करेंगे।
*राष्ट्रपति ने रांची की जनता से प्रकट किया खेद*
राष्ट्रपति के रांची आने के दौरान रूट डायवर्ट किया गया था। कुछ लोगों की फ्लाइट और ट्रेनें छूट गईं। इन परेशानियों को लेकर रामनाथ कोविंद ने रांची की जनता से खेद प्रकट किया। उन्होंने कहा कि ये उनकी मजबूरी होती है। उन्होंने कहा कि बारिश के चलते मैं गुमला के बिशुनपुर नहीं जा पाया, लेकिन वे जल्द ही वहां जाएंगे।
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