एमवीएन विश्वविद्यालय के विधि विभाग के तत्वाधान से दो दिवसीय एमवीएन यूनिवर्सिटी जस्टिस पी॰ एन॰ भगवती राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता 2019 का उद्घाटन किया गया
एमवीएन विश्वविद्यालय के विधि विभाग के तत्वाधान से दो दिवसीय एमवीएन यूनिवर्सिटी जस्टिस पी॰ एन॰ भगवती राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता 2019 का उद्घाटन किया गया जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से 32 टीमों ने नामांकन कराया|
प्रतियोगिता का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रोफेसर सत्य प्रकाश मुख्य सलाहकार सत्यावी एंड एसोसिएट मेरठ, विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जे॰वी॰देसाई, कुलसचिव डॉ राजीव रतन, विभागाध्यक्ष डॉ राहुल वार्ष्णेय, डॉ अनु मेहरा ने दीप प्रज्वलित करके किया|
विभागाध्यक्ष डॉ राहुल वार्ष्णेय ने सभी का हार्दिक अभिनंदन करते हुए प्रतियोगिता के दूसरे चरण की शुरुआत की| कुलपति डॉ जे॰ वी॰ देसाई ने कहा कि मूट कोर्ट एक काल्पनिक कोर्ट है जो बिल्कुल एक न्यायालय की तरह दिखता है| इससे विधि के छात्रों को न्यायालय में प्रस्तुत होने का ढंग, अभिवचन का प्रारूप, वाद पत्र की विरचना, विचारण से पहले की तैयारी, विचरण की कार्यवाही इत्यादि सीखने को मिलता है| इस प्रतियोगिता जिसके वाद विवाद का मुख्य विषय अनुच्छेद 377 था उसे चार विभिन्न चरणों में बांटा गया| पहले दो चरणों को प्रतियोगिता के पहले दिन सफलतापूर्वक पूरा किया जिसमें टीमों का मूल्यांकन उच्चतम न्यायालय, दिल्ली उच्च न्यायालय, हरियाणा न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं विभिन्न विश्वविद्यालयों के विधिशास्त्रियों ने किया|प्रतियोगिता के दूसरे चरण में पास होने वाली टीमों के तीसरे एवं चौथे चरण का मुकाबला प्रतियोगिता के दूसरे दिन होगा एवं विजेता,उपविजेता, श्रेष्ठ मूटर, श्रेष्ठ शोधकर्ता, श्रेष्ठ मेमोरियल को भारत के उच्चतम न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा क्रमशः 31,000, 21000,11000,11000,11000 के नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करेंगे|
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